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30 Sep 2019 · 1 min read

मुक्तक

सच-झूठ का आईना तू रख
कांटों के बीच कलम तू रख ,
अंधेरा चीर दस दिशाओं का
सुबह की नींव का पत्थर तू रख।
————————————-
शेख जाफर खान

Language: Hindi
6 Likes · 6 Comments · 318 Views
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