मुक्तक
खुद को मुश्किलों में इस तरह तैयार करते हैं,
कागज की बना कश्ती समन्दर पार करते हैं,
बता कर दुश्मनों को हम रखते हैं निशाने पे
नही बुज़दिलों सा पीठ पे कभी वार करते हैं
खुद को मुश्किलों में इस तरह तैयार करते हैं,
कागज की बना कश्ती समन्दर पार करते हैं,
बता कर दुश्मनों को हम रखते हैं निशाने पे
नही बुज़दिलों सा पीठ पे कभी वार करते हैं