Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Apr 2019 · 1 min read

अब बरसती नहीं आंखें।

अब बरसती नहीं आंखें ना दिल रोता है,
दर्द भरी शायरी ना मन को छूता है,
हमने सीख लिया हुनर अपने गम छुपाने का,
टूटे दिल के तार से नगमे बनाने का,
हां! ये सच है कि नगमे मेरे होंगे,
इन नगमों में मगर रुसवाईयां तेरे होंगे,
अब टूटा है दिल तो कुछ शोर भी जरुर होगी,
इन शोरों से मगर कुछ महफिलें भी अंजोर होगी,
तेरी बेवफईयों को महफ़िल महफ़िल गाऊंगा,
डर मत मेरी जान तेरा नाम किसी को ना बताऊंगा,
मेरे प्यार को सौदा कहके तूने इस कदर बदनाम किया,
कलम वाले हाथों में तूने अब जाम दिया,
इश्क के नाम से मेरा ईमान रोता है,
अब बरसती नहीं आंखें ना दिल रोता है……..
Ranjeet rana

Language: Hindi
1 Like · 386 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
तूझे क़ैद कर रखूं मेरा ऐसा चाहत नहीं है
तूझे क़ैद कर रखूं मेरा ऐसा चाहत नहीं है
Keshav kishor Kumar
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
माँ!
माँ!
विमला महरिया मौज
है कौन वहां शिखर पर
है कौन वहां शिखर पर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जीवन से ओझल हुए,
जीवन से ओझल हुए,
sushil sarna
2675.*पूर्णिका*
2675.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ਕੋਈ ਨਾ ਕੋਈ #ਖ਼ਾਮੀ ਤਾਂ
ਕੋਈ ਨਾ ਕੋਈ #ਖ਼ਾਮੀ ਤਾਂ
Surinder blackpen
**आजकल के रिश्ते*
**आजकल के रिश्ते*
Harminder Kaur
फूल
फूल
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
थी हवा ख़ुश्क पर नहीं सूखे - संदीप ठाकुर
थी हवा ख़ुश्क पर नहीं सूखे - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
22)”शुभ नवरात्रि”
22)”शुभ नवरात्रि”
Sapna Arora
Impossible means :-- I'm possible
Impossible means :-- I'm possible
Naresh Kumar Jangir
फ़साने
फ़साने
अखिलेश 'अखिल'
भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके।
भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके।
PK Pappu Patel
-शेखर सिंह
-शेखर सिंह
शेखर सिंह
फलक भी रो रहा है ज़मीं की पुकार से
फलक भी रो रहा है ज़मीं की पुकार से
Mahesh Tiwari 'Ayan'
#लघुकथा / #एकता
#लघुकथा / #एकता
*Author प्रणय प्रभात*
मायका
मायका
Mukesh Kumar Sonkar
दो खग उड़े गगन में , प्रेम करते होंगे क्या ?
दो खग उड़े गगन में , प्रेम करते होंगे क्या ?
The_dk_poetry
कभी बेवजह तुझे कभी बेवजह मुझे
कभी बेवजह तुझे कभी बेवजह मुझे
Basant Bhagawan Roy
इन रावणों को कौन मारेगा?
इन रावणों को कौन मारेगा?
कवि रमेशराज
जीवन और मृत्यु के मध्य, क्या उच्च ये सम्बन्ध है।
जीवन और मृत्यु के मध्य, क्या उच्च ये सम्बन्ध है।
Manisha Manjari
मन तेरा भी
मन तेरा भी
Dr fauzia Naseem shad
!! पत्थर नहीं हूँ मैं !!
!! पत्थर नहीं हूँ मैं !!
Chunnu Lal Gupta
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कली को खिलने दो
कली को खिलने दो
Ghanshyam Poddar
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*मॉं की गोदी स्वर्ग है, देवलोक-उद्यान (कुंडलिया )*
*मॉं की गोदी स्वर्ग है, देवलोक-उद्यान (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
"दलबदलू"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...