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20 Mar 2019 · 1 min read

मुक्तक

” तेरे होंठों पर रही जो, वो हँसी अच्छी लगी,
तुझसे जब नज़रें मिलीं तो वो घड़ी अच्छी लगी,
तुमने जब हँसते हुए मुझसे कहा` तुम हो मेरे `
दिन गुलाबी हो गए ,ये ज़िन्दगी अच्छी लगी “

Language: Hindi
433 Views
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