मुक्तक (डॉ. विवेक कुमार)
जीत की न हार की
बात केवल प्यार की,
आप साथ हो अगर
क्या पड़ी बहार की।
आप मुस्कुरा दिए
ज्यों झड़ी फुहार की,
देह आपकी की कनक
चोट ज्यों सुनार की।
डॉ. विवेक कुमार
तेली पाड़ा मार्ग, दुमका-814 101
(c) सर्वाधिकार सुरक्षित।
जीत की न हार की
बात केवल प्यार की,
आप साथ हो अगर
क्या पड़ी बहार की।
आप मुस्कुरा दिए
ज्यों झड़ी फुहार की,
देह आपकी की कनक
चोट ज्यों सुनार की।
डॉ. विवेक कुमार
तेली पाड़ा मार्ग, दुमका-814 101
(c) सर्वाधिकार सुरक्षित।