मुक्तक – चलो कुछ गीत लिखते है !
चलो कुछ गीत लिखते है,प्रीत और प्रेम लिखते है।
समझने रीत इसकी हम, प्रेम पथ पर निकलते हैं।
कहने वाले यही कहते, प्रीत में जो भी है बहते।
मिलती मंजिलें उनको, शूकुं सारे ही मिलते हैं।।
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प्यार जीवन का गहना है, हमें तो इसमें बहना है।
धड़के सबके दिलो में यह,सभी से अपना कहना है।
जिंदगी चार दिन की है,प्यार से जी लो रे बन्धु।
चले जाएंगे हम जग से,प्रीत तो हर पल रहना है।।
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राजेश व्यास अनुनय