Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jun 2024 · 1 min read

मुक्तक काव्य

जगत में कहीं किसी की जग हंसाई ना हो,
सफ़र-ए-जिंदगी में किसी के तन्हाई ना हो।
हर दिन की इब्तिदा नई उम्मीद के साथ हो
सर पर किसी के बुरे वक्त का साया ना हो।

जगत में कहीं किसी की जग हंसाई ना हो,
अपनों द्वारा किसी दिल की दुखाई ना हो।
ना मन में मैल हो, ना ही हृदय में घृणा हो,
हर रिश्ते में खुशियों की सदा बौछारे हो।

जगत में कहीं किसी की जग हंसाई ना हो,
फिजुली खर्चों में विभव की उड़ाई ना हो।
नशे जैसी बुरी लत से सदा दूर रहे यौवन,
हिस्से में कभी भी किसी के जुदाई ना हो।

– सुमन मीना अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार

1 Like · 73 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"अपना "
Yogendra Chaturwedi
दुर्गा भाभी
दुर्गा भाभी
Dr.Pratibha Prakash
सांसों का थम जाना ही मौत नहीं होता है
सांसों का थम जाना ही मौत नहीं होता है
Ranjeet kumar patre
ये नोनी के दाई
ये नोनी के दाई
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
नजरें खुद की, जो अक्स से अपने टकराती हैं।
नजरें खुद की, जो अक्स से अपने टकराती हैं।
Manisha Manjari
4081.💐 *पूर्णिका* 💐
4081.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ना रहीम मानता हूँ ना राम मानता हूँ
ना रहीम मानता हूँ ना राम मानता हूँ
VINOD CHAUHAN
दहेज रहित वैवाहिकी (लघुकथा)
दहेज रहित वैवाहिकी (लघुकथा)
गुमनाम 'बाबा'
मेरे जीवन में जो कमी है
मेरे जीवन में जो कमी है
Sonam Puneet Dubey
*सेब का बंटवारा*
*सेब का बंटवारा*
Dushyant Kumar
जीवन का अभाव लिखती है
जीवन का अभाव लिखती है
नूरफातिमा खातून नूरी
रास्ते में आएंगी रुकावटें बहुत!!
रास्ते में आएंगी रुकावटें बहुत!!
पूर्वार्थ
अपने आंसुओं से इन रास्ते को सींचा था,
अपने आंसुओं से इन रास्ते को सींचा था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शिखर के शीर्ष पर
शिखर के शीर्ष पर
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
जय श्री राम
जय श्री राम
goutam shaw
गहरे ध्यान में चले गए हैं,पूछताछ से बचकर।
गहरे ध्यान में चले गए हैं,पूछताछ से बचकर।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*मनुज ले राम का शुभ नाम, भवसागर से तरते हैं (मुक्तक)*
*मनुज ले राम का शुभ नाम, भवसागर से तरते हैं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हम बस अपने कर्म कर रहे हैं...
हम बस अपने कर्म कर रहे हैं...
Ajit Kumar "Karn"
कैसे- कैसे नींद में,
कैसे- कैसे नींद में,
sushil sarna
सत्य असत्य से हारा नहीं है
सत्य असत्य से हारा नहीं है
Dr fauzia Naseem shad
देखते रहे
देखते रहे
surenderpal vaidya
सेवा कार्य
सेवा कार्य
Mukesh Kumar Rishi Verma
शेखर ✍️
शेखर ✍️
शेखर सिंह
अब इन सियासी बेवक़ूफों को कौन समझाए कि
अब इन सियासी बेवक़ूफों को कौन समझाए कि "कुश्ती" और "नूरा-कुश्
*प्रणय*
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
" जीवन है गतिमान "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
"तू ठहरा सूरज"
Dr. Kishan tandon kranti
दिल की हसरत निकल जाये जो तू साथ हो मेरे,
दिल की हसरत निकल जाये जो तू साथ हो मेरे,
Phool gufran
One-sided love
One-sided love
Bidyadhar Mantry
Loading...