“मुक्तक”(घनघोर वर्षा)….
****मुक्तक****
@@@@@@@
आज बादल चहुं ओर थी।
वर्षा हुई बहुत घनघोर थी।
जलमग्न हुई है पूरी धरती,
यह दृश्य बहुत बेजोड़ थी।
………✍️
स्वरचित सह मौलिक
पंकज कर्ण
कटिहार।
?8936068909
****मुक्तक****
@@@@@@@
आज बादल चहुं ओर थी।
वर्षा हुई बहुत घनघोर थी।
जलमग्न हुई है पूरी धरती,
यह दृश्य बहुत बेजोड़ थी।
………✍️
स्वरचित सह मौलिक
पंकज कर्ण
कटिहार।
?8936068909