मुकाम
इश्क में इससे ज्यादा और क्या मुकाम दें,
कह दें खुदा या प्यारा सा कोई और नाम दें।
मिलीए कभी फुर्सत से कुछ लम्हे गुजारीये,
प्यार में, प्यार को हम अपनी जिंदगी तमाम दें।
इश्क में इससे ज्यादा और क्या मुकाम दें,
कह दें खुदा या प्यारा सा कोई और नाम दें।
मिलीए कभी फुर्सत से कुछ लम्हे गुजारीये,
प्यार में, प्यार को हम अपनी जिंदगी तमाम दें।