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8 Jan 2021 · 1 min read

मुकरिया

✍️_____
रोज सवेरे छत पर दिखती
वो भी मेरा इंतजार है करती
बस मुझको ही दिखती
इधर फुदकती
उधर फुदकती
कंधे पर सर वो धरती
कौन है वो
महबूबा परी?
नहीं मित्र! वो तो है
गिलहरी!
_____ मनु वाशिष्ठ

Language: Hindi
3 Likes · 257 Views
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