मील का पत्थर
नही बनना मुझे
मील का पत्थर,
ख्वाहिशो में से एक
बारिशो में भीगना।
मकान के बजाय
घर में रहना,
दयालु और संवेदनशील
बनी रहना ।
व्यवसाय की मदद से
दुनीयाँ को बेहतर बनाना,
योग हैं मेरे
जीवन का आघार.।
गरीबो में होते
भववान् के दर्शन,
फल और फूल
है मेरी कमजोरी।
विविघ खाने की
नही हूँ शौकीन,
प्रदर्शन में हो कुछ
नया और अर्थपूर्ण।
पहाड़ पर जाना
पकृति से रुबरु होना,
किताबे है मेरी हमसफर
एकांत ने मुझे अपने से मिलाया।
मेने अपने सपने किये पुरे,
चाहती हूँ ये क्रम यूँ ही चलता रहे।।
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