Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2024 · 1 min read

मीत की प्रतीक्षा –

कुकुभ छंदगीत सृजन–
शृंगार रस–
मीत की प्रतीक्षा —
*****************************

मीत गुलाबी सुमन खिले हैं,अमिय प्रेम रस घुलता है।
छैल-छबीले ओ मन बसिया,पिया-पिया दिल करता है।
आ जाओ अब मोरे बालम, सूना पनघट खलता है।
छैल-छबीले ओ मन बसिया,पिया पिया दिल करता है।

अंग-अंग से राग छलकता, प्रियवर आओ रंग भरो।
अंग लगाकर रंग लगा दो, तृषित नैन की तृषा हरो।
छम छमा छम झूम के नाचूँ, मोर बना मन नचता है।
छैल-छबीले ओ मन बसिया,पिया-पिया दिल करता है।

चंद्र किरण सा मुखड़ा चमके, मंजुल लाली छाई है।
अद्भुत रति शृंगार सजाए, मखमल हरी बिछाई है।
तन-मन पर मदहोशी छाई, समां मिलन का ढलता है
छैल-छबीले ओ मन बसिया,पिया-पिया दिल करता है।

श्वासों के तारों पर नगमें, पिया नाम की गूँजें माला।‌
प्रणय नाद झंकृत हो उठता,कुछ न सूझे पंथ निराला।‌
शुभ्र ज्योत्सना पुलकित गाए, चाँद गगन में चलता है।
छैल-छबीले ओ मन बसिया,पिया-पिया दिल करता है।

मेरा जीवन धन्य देवता, तन-मन बना शिवाला है।
तन-मन प्राण हँसेंगे देखो, छाया नया उजाला है।
मिटी दूरियाँ सारी प्रीतम,जिया यही अब कहता है।
छैल छबीले ओ मन बसिया,पिया-पिया दिल करता है।

✍️ सीमा गर्ग मंजरी
मौलिक सृजन
मेरठ कैंट उत्तर प्रदेश।

Language: Hindi
1 Like · 103 Views

You may also like these posts

🙏दोहा🙏
🙏दोहा🙏
राधेश्याम "रागी"
दोहा त्रयी. . . . . नवयुग
दोहा त्रयी. . . . . नवयुग
sushil sarna
फर्जी
फर्जी
Sanjay ' शून्य'
*बादल और किसान *
*बादल और किसान *
Priyank Upadhyay
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*याद है  हमको हमारा  जमाना*
*याद है हमको हमारा जमाना*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सब वर्ताव पर निर्भर है
सब वर्ताव पर निर्भर है
Mahender Singh
पुरुष की चीख
पुरुष की चीख
SURYA PRAKASH SHARMA
कलम की ताक़त
कलम की ताक़त
Dr. Rajeev Jain
आपणौ धुम्बड़िया❤️
आपणौ धुम्बड़िया❤️
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
2943.*पूर्णिका*
2943.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्यारे बप्पा
प्यारे बप्पा
Mamta Rani
गीत- तुम्हारा साथ दे हरपल...
गीत- तुम्हारा साथ दे हरपल...
आर.एस. 'प्रीतम'
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
डॉ. दीपक बवेजा
#ਗਲਵਕੜੀ ਦੀ ਸਿੱਕ
#ਗਲਵਕੜੀ ਦੀ ਸਿੱਕ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
हरियाली तीज।
हरियाली तीज।
Priya princess panwar
कहानी मंत्र कि समीक्षा
कहानी मंत्र कि समीक्षा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तेरे शहर में
तेरे शहर में
Shyam Sundar Subramanian
मुस्किले, तकलीफे, परेशानियां कुछ और थी
मुस्किले, तकलीफे, परेशानियां कुछ और थी
Kumar lalit
खंजर
खंजर
AJAY AMITABH SUMAN
"अपनी माँ की कोख"
Dr. Kishan tandon kranti
सखी या आँसू छंद
सखी या आँसू छंद
guru saxena
पानी बचाऍं (बाल कविता)
पानी बचाऍं (बाल कविता)
Ravi Prakash
श्री राम उत्सव
श्री राम उत्सव
Ruchi Sharma
अम्न का पाठ वो पढ़ाते हैं
अम्न का पाठ वो पढ़ाते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
योग्यता व लक्ष्य रखने वालों के लिए अवसरों व आजीविका की कोई क
योग्यता व लक्ष्य रखने वालों के लिए अवसरों व आजीविका की कोई क
*प्रणय*
भ्रमर और तितली.
भ्रमर और तितली.
Heera S
जाने वाले का शुक्रिया, आने वाले को सलाम।
जाने वाले का शुक्रिया, आने वाले को सलाम।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ನೀನೆಷ್ಟರ ಗಂಡಸು???
ನೀನೆಷ್ಟರ ಗಂಡಸು???
ಗೀಚಕಿ
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
Loading...