मिस यू श्रद्धा
मिस यू श्रद्धा
पैंतीस टुकड़ों में है काटा
प्रेम नहीं नफरत है बांटा
मातु पिता ने पहले रोका
अंधे प्यार का नहीं भरोसा।
लेकिन तुमको मरना ही था
लव जेहाद में फसना ही था
समझाने से नहीं समझते
गलती करके घुटते रहते।
भरम मुहब्बत का है साटा
पैंतीस टुकड़ों में है काटा ।
अजनबियों से दूरी रखना
घरवालों से सब सच कहना
सजग अधिक हमको होना है
वरना जीवन भर रोना है ।
अधिक छूट देता सन्नाटा
पैंतीस टुकड़ों में है काटा।
महिला भावुक ज्यादा होती
तर्क कुतर्क समझ नहीं पाती
बेटी का दामन मत छोड़ो
किसी हाल में मुंह न मोड़ो।
इस गोरख धंधे में घाटा
पैंतीस टुकड़ों में है काटा।
प्रेम में कोई शर्त नहीं है
जाति धर्म का गर्त नहीं है
सब से बड़ा है दिल का नाता
दो शरीर एक प्राण समाता।
चमकीले सपनों का चांटा
पैंतीस टुकड़ों में है काटा।
ये हैवान कहां पलते हैं
कौन इन्हें ट्रेनिंग देते हैं
कड़ी सजा इनको दो ऐसी
दोजख में मिलती हो जैसी।
घुन लगे गेहूं का आटा
पैंतीस टुकड़ों में है काटा।