मिस्टर चंदा (बाल कविता)
मिस्टर चंदा (बाल कविता)
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नए जमाने के हम बच्चे
चंदा तक जाते हैं
उपग्रह में हम बैठ
चांद को छू- छूकर आते हैं
हमें पता है चॉंद
दूर से ही गोरा कहलाता
मगर पास से बदसूरत ही
यह दिखने में आता
नहीं भांजे हम ,तुम मामा
छोड़ो रिश्ते- नाते
यह बतलाओ मिस्टर चंदा
क्या पीते तुम खाते
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451