मिसाइल मैन को नमन
द्रण प्रतिज्ञ रहे आप , अपने सपनो के लिए
पलकें न झुकायीं खुली आंख के सपनो के लिए
दिए मजबूत पंख हमें आसमां में उड़ने के लिए
भागीरथ प्रयास आपके, रक्षा में भारत के लिए
जीवन में सादगी रही न्योछावर रहे वतन के लिए
याद आते हैं आप अपने काम और कथन के लिए
डा राजीव सागर