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18 Jan 2017 · 1 min read

मिलन का आभास

पंख अगर होते मेरे पास
रंगों में भर देता पलाश
शब्दों में भर देता उल्लास
नया पैगाम, नई अभिलाष

पंख अगर होते मेरे पास
दूरी है,मजुबरी है,नहीं हूँ हताश
उमंग है,तरंग है,मन में बिश्वास
उड़ आऊंगा,अंतहीन हो चाहे आकाश

पंख अगर होते मेरे पास
शब्द नहीं,व्यक्त हैं विरह का प्रकाश
मन उपवन सा,मरुस्थल सा वास
साथ नहीं, फिर भी साथ होने की आश

पंख अगर होते मेरे पास
कविता नहीं,छंदों में है भावों का विकाश
समझे जो विरह का एहसास
विरह में,मिलन का आभास

सजन

Language: Hindi
370 Views

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