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5 Aug 2021 · 1 min read

मिलने को तरसते हैं

दूर हो , तो बात हो भी जाती है,
जब पास होते हो, तो दूरी सी लगती है,

दिल मे तो, रहते हो तुम,
मगर नयन तरसते है ,बाट सजोते,

यह कैसी चाहत है , जो मिलने भी नही देती,
तेरी कसम, याद आने पर रोने भी नही देती ….

उमेंद्र कुमार

Language: Hindi
1 Like · 319 Views
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