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9 Sep 2016 · 1 min read

मिरी ख़ुश्बू

रखना सहेज कर उसे जिसको संवारो तुम,
हर किसी को हमसा बिखेरा नहीं जाता।।

जो बूझे मुझे कोई तो बस इतना ही बताना,
वो रेत का कतरा मिट्टी में मिल गया।।

सजाना हाथ मेहँदी के तो मुझको याद कर लेना,
मिरी ख़ुश्बू को मेहँदी में तू महसूस कर लेना।।

Language: Hindi
Tag: शेर
710 Views
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