मिथिला में घोघाउंच हो रहल हैय।
मिथिला में घोघाउंच हो रहल हैय।
मैथिली बज्जिका मे घोघाउंच हो रहल हैय।१।
मैथिली अंगिका में फरिछौअल हो रहल होय।
मिथिला में मैथिली के मानक आ रार मानत हैय।२।
मिथिला में बात के लड़ाई हो रहल हैय।
मिथिला के शान के बात हो रहल हैय।३।
मिथिला में अंग बज्जि के अपमान हो रहल हैय।
मिथिला में देवता के मान हो रहल हैय।४।
मिथिला में मानवता के अपमान हो रहल हैय।
मिथिला में जातिवाद के राज बनल हैय।५।
मिथिला में मनु के संविधान चाहै हैय।
मिथिला में भारतीय संविधान के जातिवाद के खान कहे हैय।६।
मिथिला में दरभंगा राज के राज चाहै हैय।
मिथिला में मैथिल के बाभन सोलकन कहै हैय।७।
मिथिला में मैथिल के छूत अछूत मानै हैय।
मिथिला में मैथिल के छोटका-बड़का जाति कहै हैय।८।
मिथिला में मैथिल के रौ-यौ कहै हैय।
मिथिला में रामा मैथिली लेल घोघाउच हो रहल हैय।९।
स्वरचित@सर्वाधिकार रचनाकाराधीन।
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।