मित्रता
मित्रता
मित्र मित्रता हो ऐसी ,
ज्यूं चांद संग चांदनी।
कानों घुलती मिश्री हो ,
ज्यूं राग संग रागिनी।
सुख -दुख में न साथ छोड़े ,
ज्यूं बादल संग दामिनी।
प्रेम प्रभा की आभा में,
ज्यूं सूरज संग रोशनी।
सुमन सौरभ लौटाए ज्यूं,
उपवन मन लुभाविनी ।
प्रकृति संग हरियाली जैसे ,
अति सुंदर सुहावनी ।
कृष्ण- सुदामा की मित्रता ,
है जगत अराधनी ।
पृथ्वीराज चंद्रवरदाई जैसे,
मित्रता हुई उपासनी ।
ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर ( हिमाचल प्रदेश)