मित्रता दिवस
चहुं ओर प्रेषित मित्र-दिवस की शुभकामनाएं।
किंतु क्या सच्चा मित्र कौन यह पहचान पाए।
मित्र कौन सच्चा आज यह जानिए।
सच्चे मित्र की पहचान जानिए।
तृप्त हृदय को जो सरस स्नेह से कृष्ण सा सहला दे।
रूखे सुदामा को जो वात्सल्य-अश्रुधारा से नहला दे।
जाति-धर्म ऊंच-नीच दरिद्रता भुला कर जो हृदय से लगा ले।
मित्र के दुखों को जो सुदामा के तन्दुल सा चुरा ले।
मित्र की राह में स्वयं को फूल सा बिछा दें।
वियोग संतृप्त चित्त को जो वंशी सी मुस्कान से सहला दे।
कलुष भेद बैर भाव मन में न आने दें।
सिर्फ कृष्ण सा देना सीखें, और ले तब स्वयं को सुदामा बना लें।
रेखा चल आज फिर कृष्ण सा मित्र ढूंढ लाएं।
मिलकर फिर मित्रता का उत्सव मनाएं।???????????