” मित्रता का सम्मान “
डॉ लक्ष्मण झा परिमल
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और कुछ हो ना हो ,
विचार तो मिलना चाहिये !
मिलने का अवसर मिले ,
फेसबुक से जुड़ा रहना चाहिये !!
विचारों का आदान -प्रदान ,
सबदिन यूँ बना रहे !
प्रेम का मंत्र जाप ,
कान में यूँ पड़ता रहे !!
अवसर तो मिलने का ,
सम्भव नहीं हो सकता !
फिर भी आगाध प्रेम ,
लेखनी में मिल सकता !!
थोड़ा यदि अंतर हो ,
मन में नहीं आप रखें !
मृदुलता और आदर से ,
बात अपनी आप कहें !!
मित्रता को बनाने में ,
समय थोड़ा लगता है !
मित्रता को मिटाने के लिए ,
अन फ्रेंड लोग करता है !!
बसुधेव कुटुम्बकम के ,
मंत्र को आप याद रखेँ !
मित्रता सदा बनी रहे ,
उसका सदैव सम्मान करें !!
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डॉ लक्ष्मण झा परिमल
साउंड हेल्थ क्लिनिक
डॉक्टर’स लेन
दुमका
झारखंड
भारत
17.02.2023