Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2023 · 1 min read

********मिट्टी की खुश्बू******

********मिट्टी की खुश्बू******
**************************

मिट्टी की खुश्बू वापिस बुलाती है,
याद आए तो पल पल रुलाती हैं।

छोड़ कर जब से मिट्टी अलग हुए,
अकेलेपन की अग्नि में सुलग गए,
धीरे धीरे धुंए से लपटें सुलगाती है।
मिट्टी की खुश्बू वापिस बुलाती है।

शहरी चकाचौंध का रंग चढ़ गया,
रिश्ता मिट्टी का मिट्टी से हट गया,
कुछ भी कहने से जुबां शर्माती है।
मिट्टी की खुश्बू वापिस बुलाती है।

पनघट पर पानी से भरी गागरिया,
आस पास टहलती भेड़ें बकरियां,
गौरी हया का घूंघट सरकाती है।
मिट्टी की खुश्बू वापिस बुलाती है।

वो किश्तियां चलाना बरसातों में,
मजा आता था यारों की बातों में,
बरगद की घनी छांव इठलाती है।
मिट्टी की खुश्बू वापिस बुलाती है।

याद आता है वो सा ऊंचा चबूतरा,
ऊंच नीच का पापड़ा चढ़ा उतरा,
दादी अम्मा मीठी चूरी खिलाती है।
मिट्टी की खुश्बू वापिस बुलाती है।

घर कच्चे दिल पक्के थे मनसीरत,
वहीं मक्का मदीना सभी थे तीरथ,
आंखों अश्रुगंगा झड़ी ब हाती हैं।
मिट्टी की खुश्बू वापिस बुलाती है।

मिट्टी की खुश्बू वापिस बुलाती है।
याद आए तो पल पल रुलाती है।
***************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 284 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
किरायेदार
किरायेदार
Keshi Gupta
जीवन का मकसद क्या है?
जीवन का मकसद क्या है?
Buddha Prakash
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
किया विषपान फिर भी दिल, निरंतर श्याम कहता है (मुक्तक)
किया विषपान फिर भी दिल, निरंतर श्याम कहता है (मुक्तक)
Ravi Prakash
तेरी - मेरी कहानी, ना होगी कभी पुरानी
तेरी - मेरी कहानी, ना होगी कभी पुरानी
The_dk_poetry
आदर्श
आदर्श
Bodhisatva kastooriya
How to keep a relationship:
How to keep a relationship:
पूर्वार्थ
दीया और बाती
दीया और बाती
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अमृत महोत्सव आजादी का
अमृत महोत्सव आजादी का
लक्ष्मी सिंह
Hajipur
Hajipur
Hajipur
याद आते हैं वो
याद आते हैं वो
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
कविता-हमने देखा है
कविता-हमने देखा है
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सरकारी
सरकारी
Lalit Singh thakur
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
Shweta Soni
नींद और ख्वाब
नींद और ख्वाब
Surinder blackpen
जन्म गाथा
जन्म गाथा
विजय कुमार अग्रवाल
माता सति की विवशता
माता सति की विवशता
SHAILESH MOHAN
अवधी स्वागत गीत
अवधी स्वागत गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
"ये सुना है कि दरारों में झांकता है बहुत।
*Author प्रणय प्रभात*
3059.*पूर्णिका*
3059.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उस जैसा मोती पूरे समन्दर में नही है
उस जैसा मोती पूरे समन्दर में नही है
शेखर सिंह
Pyari dosti
Pyari dosti
Samar babu
स्पेशल अंदाज में बर्थ डे सेलिब्रेशन
स्पेशल अंदाज में बर्थ डे सेलिब्रेशन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हम तुम्हारे साथ हैं
हम तुम्हारे साथ हैं
विक्रम कुमार
दिल में भी
दिल में भी
Dr fauzia Naseem shad
"नशा इन्तजार का"
Dr. Kishan tandon kranti
नज़रें बयां करती हैं,लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
नज़रें बयां करती हैं,लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
Keshav kishor Kumar
♥️
♥️
Vandna thakur
मैं उड़ना चाहती हूं
मैं उड़ना चाहती हूं
Shekhar Chandra Mitra
एक सरकारी सेवक की बेमिसाल कर्मठता / MUSAFIR BAITHA
एक सरकारी सेवक की बेमिसाल कर्मठता / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
Loading...