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14 Feb 2019 · 1 min read

मिट्टी की खुशबू

वतन की खुशबू
मिट्टी में समाई
माथे लगा लूँ
सारी जिन्दगी की
ये है कमाई

मिट्टी के खिलोने
खेलते बीता बचपन
मिट्टी के घड़े सलोने
ठंडा पानी देते हरदम

मिट्टी में खेले
मिट्टी में बड़े हुऐ
अब निभाओ फर्ज
मिट्टी से न करों गद्दारी

मिट्टी में ही मिल जाना है
एक दिन
फिर किसका है अहं
चंद दिनों की है जिन्दगी
इन्सानियत ईमानदारी
मिल जुल कर जियो जिन्दगी

Language: Hindi
230 Views
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