Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Dec 2021 · 1 min read

माहिया

माहिये
****************
1
सुन प्यार से तू सजनी,
होने वाली है,
तेरी – मेरी मँगनी।
2
बाँहों में तो आओ,
सावन आ टपका,
प्रेम झूले झुलाओ।
3
सपनों की रानी हो,
मैं उड़ता बगुला,
परियों की रानी हो।
4
मनसीरत होश उड़ा,
मर मिट मैं जाऊं,
चाँद रूपी है मुखड़ा
****************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली

Language: Hindi
295 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ भगवान भला करे वैज्ञानिकों का। 😊😊
■ भगवान भला करे वैज्ञानिकों का। 😊😊
*प्रणय प्रभात*
तन्हाई
तन्हाई
ओसमणी साहू 'ओश'
आसान नहीं
आसान नहीं
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
काश तु मेरे साथ खड़ा होता
काश तु मेरे साथ खड़ा होता
Gouri tiwari
जब सावन का मौसम आता
जब सावन का मौसम आता
लक्ष्मी सिंह
मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले।
मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले।
सत्य कुमार प्रेमी
2965.*पूर्णिका*
2965.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम जिसे प्यार करते हैं उसे शाप नहीं दे सकते
हम जिसे प्यार करते हैं उसे शाप नहीं दे सकते
DR ARUN KUMAR SHASTRI
भ्रूणहत्या
भ्रूणहत्या
Neeraj Agarwal
Alahda tu bhi nhi mujhse,
Alahda tu bhi nhi mujhse,
Sakshi Tripathi
The flames of your love persist.
The flames of your love persist.
Manisha Manjari
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
Kanchan Alok Malu
मंहगाई  को वश में जो शासक
मंहगाई को वश में जो शासक
DrLakshman Jha Parimal
माँ दुर्गा की नारी शक्ति
माँ दुर्गा की नारी शक्ति
कवि रमेशराज
हर रोज वहीं सब किस्से हैं
हर रोज वहीं सब किस्से हैं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
वर्ण पिरामिड विधा
वर्ण पिरामिड विधा
Pratibha Pandey
पुण्य स्मरण: 18 जून2008 को मुरादाबाद में आयोजित पारिवारिक सम
पुण्य स्मरण: 18 जून2008 को मुरादाबाद में आयोजित पारिवारिक सम
Ravi Prakash
नव वर्ष मंगलमय हो
नव वर्ष मंगलमय हो
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मैं निकल पड़ी हूँ
मैं निकल पड़ी हूँ
Vaishaligoel
तू रुकना नहीं,तू थकना नहीं,तू हारना नहीं,तू मारना नहीं
तू रुकना नहीं,तू थकना नहीं,तू हारना नहीं,तू मारना नहीं
पूर्वार्थ
मूक संवेदना🙏
मूक संवेदना🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"ऐसा मंजर होगा"
पंकज कुमार कर्ण
बुरा ख्वाबों में भी जिसके लिए सोचा नहीं हमने
बुरा ख्वाबों में भी जिसके लिए सोचा नहीं हमने
Shweta Soni
"मौत को दावत"
Dr. Kishan tandon kranti
ये अलग बात है
ये अलग बात है
हिमांशु Kulshrestha
बाबा मुझे पढ़ने दो ना।
बाबा मुझे पढ़ने दो ना।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अछूत का इनार / मुसाफ़िर बैठा
अछूत का इनार / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
टिक टिक टिक
टिक टिक टिक
Ghanshyam Poddar
फितरत
फितरत
Kanchan Khanna
अनजान राहें अनजान पथिक
अनजान राहें अनजान पथिक
SATPAL CHAUHAN
Loading...