Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2022 · 1 min read

*मालिक तुम्हारे ही सहारे हों (मुक्तक)*

मालिक तुम्हारे ही सहारे हों (मुक्तक)
—————————————
भरोसा तुम पर हो मालिक तुम्हारे ही सहारे हों
नहीं शेखी अक्लमंदी की हम अपनी बघारे हों
हमें जो चाहे दे देना, हमें जो चाहे मत देना
हमारे फैसले जीवन के सब मालिक ! तुम्हारे हों
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
148 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
मुश्किलें
मुश्किलें
Sonam Puneet Dubey
"भेद-अभेद"
Dr. Kishan tandon kranti
आने वाला कल
आने वाला कल
Dr. Upasana Pandey
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*जीजी ने चिट्ठी के सॅंग में, राखी है भिजवाई (गीत)*
*जीजी ने चिट्ठी के सॅंग में, राखी है भिजवाई (गीत)*
Ravi Prakash
उस देश के वासी है 🙏
उस देश के वासी है 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मेरा ब्लॉग अपडेट दिनांक 2 अक्टूबर 2023
मेरा ब्लॉग अपडेट दिनांक 2 अक्टूबर 2023
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
यूँ  तो  दुनिया  में  मेले  बहुत  हैं।
यूँ तो दुनिया में मेले बहुत हैं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अर्थ नीड़ पर दर्द के,
अर्थ नीड़ पर दर्द के,
sushil sarna
रूप से कह दो की देखें दूसरों का घर,
रूप से कह दो की देखें दूसरों का घर,
पूर्वार्थ
// पिता एक महान नायक //
// पिता एक महान नायक //
Surya Barman
बाल कविता: मछली
बाल कविता: मछली
Rajesh Kumar Arjun
'मरहबा ' ghazal
'मरहबा ' ghazal
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मेरी पहली चाहत था तू
मेरी पहली चाहत था तू
Dr Manju Saini
प्यार भी खार हो तो प्यार की जरूरत क्या है।
प्यार भी खार हो तो प्यार की जरूरत क्या है।
सत्य कुमार प्रेमी
दिल आइना
दिल आइना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हमने माना कि हालात ठीक नहीं हैं
हमने माना कि हालात ठीक नहीं हैं
SHAMA PARVEEN
देवों की भूमि उत्तराखण्ड
देवों की भूमि उत्तराखण्ड
Ritu Asooja
गुज़रा हुआ वक्त
गुज़रा हुआ वक्त
Surinder blackpen
🌺फूल की संवेदना🌻
🌺फूल की संवेदना🌻
Dr. Vaishali Verma
2612.पूर्णिका
2612.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कोई नयनों का शिकार उसके
कोई नयनों का शिकार उसके
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जब कोई,
जब कोई,
नेताम आर सी
#हास्यप्रद_जिज्ञासा
#हास्यप्रद_जिज्ञासा
*प्रणय प्रभात*
खो जानी है जिंदगी
खो जानी है जिंदगी
VINOD CHAUHAN
जुआं उन जोखिमों का कुंआ है जिसमे युधिष्ठिर अपना सर्वस्व हार
जुआं उन जोखिमों का कुंआ है जिसमे युधिष्ठिर अपना सर्वस्व हार
Rj Anand Prajapati
जानते वो भी हैं...!!!
जानते वो भी हैं...!!!
Kanchan Khanna
यही रात अंतिम यही रात भारी।
यही रात अंतिम यही रात भारी।
Kumar Kalhans
ले आए तुम प्रेम प्रस्ताव,
ले आए तुम प्रेम प्रस्ताव,
Bindesh kumar jha
समय
समय
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...