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16 Jul 2023 · 1 min read

*मालिक अपना एक : पॉंच दोहे*

मालिक अपना एक : पॉंच दोहे
_________________________
(1)
कोई कहता साधना, कोई एतेकाफ
मतलब दोनों का यही, दिल भीतर से साफ
(2)
जिसने खाना कम किया, पहुॅंचा “उसके” पास
रोजा कोई कह रहा, कोई है उपवास
(3)
हमने-तुमने चाँद को, देखा सौ-सौ बार
टिका हुआ है चाँद पर, दोनों का त्यौहार
(4)
तुम भी कहते एक है, हम भी कहते एक
मालिक अपना एक तो, हम क्यों हुए अनेक
(5)
झगड़े कर-करके हुई, काली लम्बी रात
शुरू करें अब प्यार के, शब्दों से शुरुआत
_________________________
रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 9997 615451

Language: Hindi
448 Views
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