माफ़ कर दे कका
माफ कर दे कका
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कका गो कका,माफ कर दे कका
कका भतिजा के झगड़ा म मिलगे
दगा गो दगा,कका गो कका
माफ कर दे कका,कका गो कका
सोचे रहेव ,तोर जगा म मै बैठ जांहू
महादेव के जगा म, पार्वती के एप चलाहूं
शराब भट्ठी बंद करके,ठर्रा कम्पनीखोलवाहूं
तहूं तो मुक्की मारेहच, खदवन ल तारेहच।
कुर्सी के चक्कर में, परदेशिया ल बैठारेहच।।
का बतावव कका, मिलगे दगा गो दगा।
माफ कर दे कका,कका गो कका
हमर मालगुजारी शासन नि चलिस।
हमन ला ये आदिवासी मन अब
कुटेल कुटेल के मलिस,कका गो कका
तोर भतिजा
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