मान देने से मान मिले, अपमान से मिले अपमान।
मान देने से मान मिले, अपमान से मिले अपमान।
पाप से नर्क मिले प्रकाशिया, भगति से मिले भगवान।।
अर्थात
किसका सम्मान करने से हमारी जात का सम्मान होता है। किसका अपमान करने से हमारा अपमान होता है। पाप से अर्थात खराब कर्म करने से उसका दंड हमे जरुर मिलता है और भगति अर्थात अच्छा कर्म करने से हमे सदा उसका अच्छा ही फल मिलता है।।