माना हम दूर है तुझसे —- मुक्तक
******* मुक्तक*******
माना हम दूर है तुझसे,वादा यह ले ले तू मुझसे।
आएंगे जल्दी ही मिलने,दूर रहकर थे झुलसे ।
हटेगी पाबन्दी सारी,करेंगे शुरू नई पारी।
महकेगा जीवन यह फिर से,,अब न हम जाएंगे घर से।।
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राजेश व्यास अनुनय