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31 Dec 2020 · 1 min read

मानस मन

सृजन से सृजन कर शब्दों का अर्थ अनरथ किया ।कबीर रहीम तुलसी दास को.तुमने मन मे न स्थान दिया ।अपनी. अपनी।कल्पनाओ.से बैचारिक विकास किया ।गहराई से शोध न कर मन गणित पृयास किया ।झूठी झठी वाही वाही .बटोर ने चक्कर मे मन का भाव उजागर किया ।समझ न सका मानस मन को बेमतलब का विचार किया

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 298 Views
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