मानस मन
सृजन से सृजन कर शब्दों का अर्थ अनरथ किया ।कबीर रहीम तुलसी दास को.तुमने मन मे न स्थान दिया ।अपनी. अपनी।कल्पनाओ.से बैचारिक विकास किया ।गहराई से शोध न कर मन गणित पृयास किया ।झूठी झठी वाही वाही .बटोर ने चक्कर मे मन का भाव उजागर किया ।समझ न सका मानस मन को बेमतलब का विचार किया