Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2024 · 1 min read

मानसिक विस्फोट

कभी-कभी मस्तिष्क के आसपास असंख्य प्रसंग घटनाएं और
असीमित कल्पनाएं
कई स्थितिया विविध विसंगतियां
कहीं दुर्गति कहीं थोथी प्रगति
ये समूह में आकर तैरती रहती
सृजन की सक्रिय चेतना में
उनके इस सूक्ष्म अकल्पित भार से विस्फोट सा होता है मानस पटल पर सभी भाव विचार खंड खंड हो
विलीन हो जाते हैं
और रिक्त मन मस्तिष्क रह जाता है उनको पुनः ढूंढ कर लाने के लिए

@ओम प्रकाश मीना

Language: Hindi
83 Views
Books from OM PRAKASH MEENA
View all

You may also like these posts

"प्यार का रोग"
Pushpraj Anant
नौकरी (१)
नौकरी (१)
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
कहानी -आपदा
कहानी -आपदा
Yogmaya Sharma
फर्क
फर्क
Shailendra Aseem
एकादशी
एकादशी
Shashi kala vyas
वृद्धावस्था
वृद्धावस्था
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
प्रत्यक्ष खड़ा वो कौन था
प्रत्यक्ष खड़ा वो कौन था
Chitra Bisht
विकास या खच्चीकरण
विकास या खच्चीकरण
Mukund Patil
अस्तित्व
अस्तित्व
Shyam Sundar Subramanian
4386.*पूर्णिका*
4386.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बाबा भक्त हास्य व्यंग्य
बाबा भक्त हास्य व्यंग्य
Dr. Kishan Karigar
रे मन  अब तो मान जा ,
रे मन अब तो मान जा ,
sushil sarna
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
Phool gufran
मेरे लहज़े मे जी हजूर ना होता
मेरे लहज़े मे जी हजूर ना होता
Ram Krishan Rastogi
मौसम और हम तुम.......
मौसम और हम तुम.......
Neeraj Agarwal
"" *सिमरन* ""
सुनीलानंद महंत
जब तक साथ है एक दूसरे की कद्र कीजिए पति-पत्नी नहीं है जो जीव
जब तक साथ है एक दूसरे की कद्र कीजिए पति-पत्नी नहीं है जो जीव
Ranjeet kumar patre
- जिंदगानी की कहानी -
- जिंदगानी की कहानी -
bharat gehlot
सच्चा स्वतंत्रता दिवस
सच्चा स्वतंत्रता दिवस
Rambali Mishra
"सुन लो"
Dr. Kishan tandon kranti
सितारे हरदम साथ चलें , ऐसा नहीं होता
सितारे हरदम साथ चलें , ऐसा नहीं होता
Dr. Rajeev Jain
तुझको को खो कर मैंने खुद को पा लिया है।
तुझको को खो कर मैंने खुद को पा लिया है।
Vishvendra arya
बारिश.........
बारिश.........
Harminder Kaur
आज कल कुछ इस तरह से चल रहा है,
आज कल कुछ इस तरह से चल रहा है,
kumar Deepak "Mani"
मैंने अब रूठना छोड़ दिया क्योंकि मनाने वाला ही रुठ गया।
मैंने अब रूठना छोड़ दिया क्योंकि मनाने वाला ही रुठ गया।
Aisha mohan
"मोबाइल देवता"
Rahul Singh
😢बताए सरकार😢
😢बताए सरकार😢
*प्रणय*
محبّت عام کرتا ہوں
محبّت عام کرتا ہوں
अरशद रसूल बदायूंनी
आपको देखकर _दिल को ऐसा लगा
आपको देखकर _दिल को ऐसा लगा
कृष्णकांत गुर्जर
क्या कोई नई दुनिया बसा रहे हो?
क्या कोई नई दुनिया बसा रहे हो?
Jyoti Roshni
Loading...