मानसिक विकलांगता
उस शिक्षा का कोई फायदा नहीं है जो आप को सही ग़लत में अंतर करना भी न सिखा पाये, आपका दृष्टिकोण आपकी सोच का दर्पण होता है इसलिए हम वही सुनना और समझना चाहते हैं जो हमारे मन को अच्छा लगता है, जबकि सोच से शिक्षित होना हर किसी के बस की बात नहीं होती, यही विशेष कारण है कि कभी-कभी शिक्षित लोगों की भी सोच मानसिक विकलांगता से परिपूर्ण होती है लेकिन, इसमें दोष शिक्षा का नहीं बल्कि शिक्षित व्यक्ति की मानसिक विकलांगता का होता है।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद