मानसिक रोगों का उपचार संभव है
डिप्रेशन रोग अन्य कारणों के साथ-साथ वंशानुक्रम के प्रभाव के कारण भी होता है यह आवश्यक नहीं है कि रोगी के निकट संबंधियों में कोई इस रोग से पीड़ित हो लेकिन बहुदा इस प्रकार के रोग उनके संबंधियों में मिलते हैं वंशानुक्रम के कारण इन रोगियों के मस्तिष्क में कुछ विशेष रसायन घटते हैं तो डिप्रेशन हो जाता है कुछ समय पश्चात स्वयं सामान्य भी हो जाते हैं अतः यदि इस रोग की चिकित्सा भी ना की जाए तो जोगी स्वयं सामान हो जाता है यदि रसायन बढ़ जाता है तो मेनिया हो जाता है कुछ रोगियों में यह रसायन केवल घटते ही है और बढ़ते नहीं है ऐसे में बार-बार डिप्रेशन रोग रहता है उपचार द्वारा रसायनों के स्तर को सामान्य किया जा सकता है अतः डिप्रेशन की पहचान कर तुरंत उपचार कराना चाहिए …….
रघुवीर सिंह राजकीय महाविद्यालय ललितपुर
की पुस्तक “””ज्ञान पथिक ;;अष्टम अंक 2022 मैं छपे मेरे लेख….✍️💯🧑🎓
Ankit halke jha
M.Sc.(🌾🌿botany⚘️🌿)