मानव मन मन में महके, जो मानव मन मनाये l
मानव मन मन में महके, जो मानव मन मनाये l
मानव मन में महज़ मरे, जो मानव मन मिटाये ll
मानव वो है, जो बदलाव लाये l
सही सही, मानवता भाव लाये ll
मानवता लिए सही, जंग लाये l
जीत बाद, मानवता रंग लाये ll
विकाश का, कभी न आभाव लाये ll
मानव वो है, जो बदलाव लाये l
सही सही, मानवता भाव लाये ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न