मानवता के हित में
सफलता-असफलता के मध्य धैर्य धरो जो तुम ।
जीवन के हर क्षण का सदुपयोग करो जो तुम ।।
आत्मसन्तुष्टि के साथ ईश्वर को भी पा जाओ।
मानवता के हित में स्वयं को व्यय करो जो तुम।।
सोच का हो स्तर ऊंचा प्रयास करो जो तुम।
मन में उत्तम सोच को विकसित करो जो तुम ।।
बुद्धि का उपयोग हो अभ्यास करो जो तुम।
प्रतिदिन नवीन ज्ञान को अर्जित करो जो तुम।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद