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28 Nov 2021 · 1 min read

मानवता का धर्म सबसे श्रेष्ठ

इंसानों को इंसानों से लड़ना सिखाये।
अभिमान में अंधे होकर खून बहाए ।

अपने धर्मं-ग्रंथों का प्रचार -प्रसार कर ,
खुद को अन्य धर्मों से सबसे श्रेष्ठ बताए।

अपने धर्म गुरुओं की मंडली बनाकर ,
दूसरेधर्मों के लिए गहरी साजिश रचाये।

मजहबी तालीम के बहाने अपने बच्चों,
के मन में अन्य धर्मों के प्रति घृणा सिखाए।

एक ही चमन के फूल होकर ऐसी दुर्भावना !
एक ही मंज़िलके मुसाफिर हो तो करीब आएं ।

एक ही पिता की संतान होकर कैसी शत्रुता ?
खुले दिल से एक भाई दूसरे भाई को अपनाए ।

इबादत करने का ढंग अलग अलग हो सकता है,
तो क्या ! मतलब तो खुदा सभी को याद रह जाए ।

खुदा कहो उसे या परमात्मा,वाहेगुरु या गॉड कहो ,
नाम तो कई हैं उसके मगर पिता वोह सबका कहलाए।

हमारी जीवन -शक्ति तो एक ही है वो परमात्मा
मृत्यु के पश्चात सभी उसी में ही जाकर समाये ।

गीता हो या क़ुरान ,बाइबल या गुरु-ग्रन्थ साहिब।
चाहे कोई भी हो संदेश तो उसने प्रेम ही बताए ।

मानवता का धर्म ही है सभी धर्मो से सर्वश्रेष्ठ ,
सब भेदभाव भूलकर बस उसी को अपनाएं ।

Language: Hindi
2 Likes · 4 Comments · 214 Views
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