माननीय श्री मोतीलाल जी बोरा को विनम्र श्रद्धांजलि
अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय श्री मोतीलाल जी बोरा के आकस्मिक निधन की खबर से स्तब्ध रह गया एवं मन उनके मुख्यमंत्री काल में सहज ही पहुंच गया। उनकी सहज सीधे सरल एवं सर्वमान्य राजनेता की सौम्य छवि अंतस में आ गई। मुझे याद है मध्यप्रदेश में लंबे समय से शासकीय कर्मचारी केंद्रीय कर्मचारियों के समान वेतनमान की मांग वर्षों से कर रहे थे। बहुत प्रदर्शन हो चुके थे, कई मुख्यमंत्री चले गए थे, लेकिन मांग जस की तस थी। कर्मचारियों की यह लंबित मांग उन्हीं के मुख्यमंत्री काल में पूरी हुई थी। मुझे अच्छी तरह से याद है उस समय स्वर्गीय सुरेंद्र कुमार त्रिपाठी जी कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष थे। उनके नेतृत्व में सभी संगठन एक हो गए थे। कर्मचारी संघ से कई दौर की वार्ताएं हो चुकी थीं, अंततः माननीय बोरा जी से चर्चा हुई उन्होंने बड़े ही सौम्यता और सौहार्द से नेताओं से चर्चा की, राज्य की आर्थिक स्थिति बताई एवं केंद्र के समकक्ष एक वेतन मान की बात कही, जो केंद्र से थोड़ा कम था, उस पर सहमति बनी एवं लागू किया गया, जो उनके नाम से वोरा वेतनमान कहलाया। उनके दूसरे कार्यकाल में उन्होंने ही केंद्र के समान वेतनमान लागू किया, जो आज भी चल रहा है, कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी की जो उन्होंने कर्मचारी जगत को दिया किसी ने नहीं दिया। देश, प्रदेश, जनता, कर्मचारी जगत सदैव उनका ऋणी रहेगा उनके श्री चरणों में शत शत नमन।
शब्द हुए हैं मौन, हृदय व्यथित मन भारी
छलके आंखों में अश्रुविंद, दिल में तस्वीर तुम्हारी
नहीं भूल पाएंगे तुमको, जब तक जान हमारी रोम-रोम है ऋणी देश का, अंतिम अरदास हमारी सुरेश कुमार चतुर्वेदी