मातृ दिवस
उत्कृष्ट सृजना ईश्वर की, नारी सृष्टि में आई
कष्टों में मुस्कान विखेरी, दुनिया नई बसाई
घर परिवार समाज बनाया,नई रोशनी लाई
त्याग तपस्या वलिदानों की, महिमा कही न जाई
प्रेम और करुणा की मूरत, उपमा गढ़ी न जाई
सृजन और पालन पोषण, देवों ने स्तुति गाई
मानवता की ईकाई है नारी, प्रेम की ज्योति जलाई
सर्वस्व समर्पित कर जग को, बराबरी न पाई
धन्य धन्य मां बहन बेटियां,नमन कोटि सिरनाई
मातृ दिवस पर सभी मां बहन बेटियों को सादर नमन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी