मातृत्व
मातृत्व-
एक सुखद अहसास
ममत्व का मधुर विकास
निज तन का कर अंश विभक्त
लाज-लावण्य सर्वस्व परित्यक्त
सहिष्णुता की असीम शक्ति
सृजन की अद्भुत अभिव्यक्ति
परिपूर्णता का प्रखर धूप
प्रकट प्रणय का प्रतिरूप
शूल-वेदना समस्त भूल
स्वागत नव-कुसुमित फूल
खोया निजत्व
निःसृत-एक अस्तित्व
जग का सर्वोंत्तम कृतित्व
मातृत्व।
-©नवल किशोर सिंह