मातु शारदे करो कल्याण….
वरदा सुखदा गुणों की खान।
मातु शारदे करो कल्यान।
कमल आसिनी हंसवाहिनी।
ज्ञानदायिनी शक्तिदायिनी।
मातु शरण रह नित्य तुम्हारी,
करूँ तुम्हारा धवल यशगान।
सुखदायिनी माँ वरदायिनी,
दे दो अपनी दया का दान।
वाची सौम्या ऋचा विदूषी।
पद्मनिलया कामरूपा माँ।
विशालाक्षी महाकाली तुम,
महाभद्रा महामाया माँ।
भक्त वत्सला वत्स वत्सला,
अग-जग में गूँजे यशगान।
विशालाक्षी मातु महाफला।
ब्रह्मजाया तुम्हीं शिवानुजा।
ॐ महाकाली महापाशा।
ॐ पद्माक्षी पद्मवक्त्रगा।
वरदहस्त रख दो सिर मेरे,
मैं मूढ़मति भी पा लूँ ज्ञान।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद ( उ.प्र. )