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15 Dec 2021 · 1 min read

माता स्तुति

हे
मंगला काली
शरण आई तेरे
मंगल करो
मांँ।

विंध्यवासिनी
जगत मातेश्वरी
कष्ट हरो मेरे
शरण आई
तेरे।

हे
असुर संघारिणी
शरण आई तेरे
शत्रु हरो मेरे।

हे
माँ चंडिका
भाव पार उतारो
शत्रु हरो
मांँ।

मैं
अज्ञानी बालक
कृपा दृष्टि बरसाओ
करजोर करुं
विनती।

विद्यादात्री
मां शारदे
आशीष दो मुझे
नमन करे
“शुचि”।

डॉ माधवी मिश्रा “शुचि”

Language: Hindi
1 Like · 296 Views
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