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23 Jul 2022 · 1 min read

माटी जन्मभूमि की दौलत ……

इबादत, इनायत की हसरत यही है ;
माटी जन्मभूमि की दौलत यही है |

चरग-ए-मौहब्बत जलाकर के यारो ,
सजदे करें हम कि शौहरत यही है |

मेरा जिस्म, ये जान, हर सांस दे दूँ ;
वतन की हिफाजत कि चाहत यही है |

मैं सौ बार जन्मूँ तेरी गोद मे ही ,
मेरी ‘भारत माता’ इबादत यही है |

कि ‘बिजनौरी’ लिखता रहे गीत यूं ही ,
बुलंद हो तिरंगा कि हसरत यही है |

:- लक्ष्मण ‘बिजनौरी’
23-जुलाई-2022

2 Likes · 1 Comment · 460 Views

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