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27 Nov 2022 · 1 min read

मां

देखने को आईना जब भी उठाया मैंने
मां का अक्स उभरकर फिर नज़र आया आईने में

नहीं मिलता साथ मां जैसा जहान में
चाहे खरीद लो हर चीज शौहरत के गुमान में।

– सुमन मीना (अदिति)

“गुलज़ार हो जाती है ये ज़िंदगी, जब मां की दुआ साथ हो।”

Language: Hindi
4 Likes · 421 Views

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