मां स्कंदमाता
नवरात्रि के पंचम दिन, मां स्कंदमाता तुम्हें ध्याऊं
आन विराजो चेतन मन में, चेतना शक्ति जगाऊं
बिखर गई है चेतना मेरी, लगी हुई है विषयन में
मां ऐसी चेतन शक्ति दो, लग जाए सद कर्मन में
सबकी इच्छाएं पूरी हों, मोक्ष द्वार खुल जाएं
मनचाही सब पाएं मुरादें, विमल बुद्धि हो जाएं नवचेतना फैले जग में, प्रेम शांति बरसाएं
मानव जीवन खुशहाल बनें, मां देना यही दुआएं
जय माता दी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी