Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2022 · 1 min read

मां तो मां होती है ( मातृ दिवस पर विशेष)

मां तो मां होती है ,
चाहे इंसान हो या जानवर ।
जन्म देकर लालन पालन करे ,
देखभाल करे वोह निरंतर.

हां ! अंदाज अलग अलग हो सकता है ,
मगर होता तो आंखों से जाहिर है ।
कोई स्नेह से गले लगाए ,हाथ फेरे सिर पर,
तो कोई जुबान से ,प्यार तो प्यार है ।

फिक्र जितनी मनुष्य मां को होती ,
क्या पशु मां को नहीं होती होगी ।
दूर हो संतान तो बेचैन रहती हर पल ,
क्या वोह चैन से है सो पाती ?

मनुष्य मां देती अपनी संतान को ,
संस्कार ,अनुशासन और मनुष्यता और शिक्षा दीक्षा।
तो पशु पक्षियों में भी मां सिखाती ,
आत्म निर्भर बनना, और लेती कठिन परीक्षा ।

दर्द तो दोनो को होता है ना जन्म देने पर ,
वोह अलग बात है एक कराह सकती है ।
और दूजी बेजुबान सहती खामोशी से,
मगर प्रथम स्पर्श पाकर सब भूल जाती है ।

मनुष्य मां की संतान यदि कोई छीन ले,
मृत्यु या शैतान कोई ।
तड़प उठती है रोती है बिलखती है ,
पीड़ा में तो फर्क नहीं कोई ।

ममता तो सार्वभौम और विश्व व्यापी भावना है ,
इसमें न कोई भेद है यह शाश्वत है ।
मनुष्य मात्र की ही नही ,यह सारी प्रकृति की ,
और धरती माता की भी आत्मा है ।

अतः मां चाहे कोई भी हो ,
उसका आदर करो ।
उसकी पवित्र भावनाओं का ,
सम्मान करो ।

Language: Hindi
2 Likes · 6 Comments · 1332 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
दरिया का किनारा हूं,
दरिया का किनारा हूं,
Sanjay ' शून्य'
सभी देखेंगे तेरी इक हॅंसी को।
सभी देखेंगे तेरी इक हॅंसी को।
सत्य कुमार प्रेमी
"भँडारे मेँ मिलन" हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*राम अर्थ है भवसागर से, तरने वाले नाम का (मुक्तक)*
*राम अर्थ है भवसागर से, तरने वाले नाम का (मुक्तक)*
Ravi Prakash
तू ने आवाज दी मुझको आना पड़ा
तू ने आवाज दी मुझको आना पड़ा
कृष्णकांत गुर्जर
मैं चाँद पर गया
मैं चाँद पर गया
Satish Srijan
मैं सरिता अभिलाषी
मैं सरिता अभिलाषी
Pratibha Pandey
कोई ग़लती करे या सही...
कोई ग़लती करे या सही...
Ajit Kumar "Karn"
पड़ोसी कह रहा था कि अगर उसका नाम
पड़ोसी कह रहा था कि अगर उसका नाम "मुथैया मुरलीधरन" होता, तो व
*प्रणय*
You do good....they criticise you...you do bad....they criti
You do good....they criticise you...you do bad....they criti
पूर्वार्थ
"रख हिम्मत"
Dr. Kishan tandon kranti
दीवाना मौसम हुआ,ख्वाब हुए गुलजार ।
दीवाना मौसम हुआ,ख्वाब हुए गुलजार ।
sushil sarna
मुझे इश्क़ है
मुझे इश्क़ है
हिमांशु Kulshrestha
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
* संसार में *
* संसार में *
surenderpal vaidya
*लम्हे* ( 24 of 25)
*लम्हे* ( 24 of 25)
Kshma Urmila
भरोसा सब पर कीजिए
भरोसा सब पर कीजिए
Ranjeet kumar patre
3255.*पूर्णिका*
3255.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मान हो
मान हो
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मैं को तुम
मैं को तुम
Dr fauzia Naseem shad
माँ का प्यार
माँ का प्यार
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
चलो चलो शिव के दरबार
चलो चलो शिव के दरबार
gurudeenverma198
*****रामलला*****
*****रामलला*****
Kavita Chouhan
विश्रान्ति.
विश्रान्ति.
Heera S
तेरे मेरे बीच में,
तेरे मेरे बीच में,
नेताम आर सी
मेरा शरीर और मैं
मेरा शरीर और मैं
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*हर पल मौत का डर सताने लगा है*
*हर पल मौत का डर सताने लगा है*
Harminder Kaur
सुनो! बहुत मुहब्बत करते हो तुम मुझसे,
सुनो! बहुत मुहब्बत करते हो तुम मुझसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हम किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले
हम किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले
himanshu mittra
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
Loading...