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15 Nov 2018 · 1 min read

मां तू भगवान की मूरत है

मां तू भगवान की मूरत है
तू मेरे लिए सबसे खूबसूरत है
जब तुजसे दूर जाता हूं मैं
तू बैठ कर इन्तज़ार करती…

तू राह ऐसे निहारती
गाय से बछड़ा बिछड़ गया हो
तूने मुझे पाला बड़ा किया
ये ऐसन कैसे चुकाऊंगा

मां तू भगवान की मूरत है
तूने अपार दुख सक कर
मुझे पाला बड़ा किया
मां तू भगवान की मूरत है

इस जग में तेरे जैसा कोई नहीं
जब जब अति आंच है मुजपें
तू आंचल में छुपा लेती है
मां तू भगवान की मूरत है।।

कुंवर नितीश कुमार सिंह
अलीपुर बनगावा ( गाजीपुर)

10 Likes · 49 Comments · 894 Views
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