मां जैसा कोई ना।
क्या ख़ूब कहा है,
किसी ने मां के पैरों के नीचे जन्नत होती है।।1।।
गर मां खुश होके,
हकमें दुआ करदे तो पूरी हर मन्नत होती है।।2।।
मां तो फरिश्ता है,
उसकी कही हर एक बात हिदायत होती है।।3।।
मां जैसा कोई ना,
मां की चाहत में रुहानी सी निस्बत होती है।।4।।
मां होती मर्तबा है,
मां की दी हर सीख फर्ज वा सुन्नत होती है।।5।।
बिन मां कैसे रहें,
मां बच्चे की सबसे आला जरूरत होती है।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ