मां की अभिलाषा
मां की ममता गुलाब का फूल, संतान दुष्ट मां कभी नहीं शत्रु।
मां को संतान से प्यार, बच्चे की मुस्कान मां को दे, सारे जहान का सुख।
मां खुद रह लेगी दुखी, जिस काज
से मिले औलाद को खुशी।
मां में होती अगर शक्ति, तो सारी दुनिया स्वर्ग पर राज करती।
बच्चे के सुख की अभिलाषा मां कि कभी पूरी नहीं होती,
किसी भी जीव कि मां की ममता कभी अधूरी नहीं होती।
मां की सदा यह आरजू, बच्चे की अभिलाषाओं को पूरा करना उसके हो काबू ।
मां की महिमा का बखान, परमात्मा के लिए भी नहीं आसान।