Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2023 · 1 min read

मां का आंचल(Happy mothers day)👨‍👩‍👧‍👧

“”मां का आंचल कहीं किसी स्वर्ग का मोहताज नहीं स्वर्ग का महत्व सिर्फ उसका आंचल है ,क्योंकि मां का आंचल बिशेष हिस्सा रखता है जो मा ही जानती है जब मां अपने आंचल को अपने बच्चों के सिर से उठा दे तो शायद उसके बिना जीवन जी पाना संभव नहीं होगा अगर माआपसे एक पल दूर होती है तो ऐसा लगता है जैसे कोई दिल से निकल रहा हो वह सिर्फ उसके चहेते बच्चे ही जानते हैं
“यूं कहें तो ;
मा ही मदर्ट्री होती है एक परिवार की जिसके बच्चे उस पेड़ की शाखाएं लड़के और कोमल पत्तियां होती है लड़कियां होती हैं ऐसा सिर्फ हम जानते हैं मानते भी हैं जिस समय मां अपने बच्चों का भरण पोषण कर रही होती है तो उस समय उनके बच्चे और उनकी मां का करुड़ ह्रदय वह दोनों मां और उसके बच्चे ही समझ सकते हैं क्योंकि मां की ममता मा ही जानती है उसका आदर उस गॉड से भी बड़ा है जिसका ए वर्ल्ड है ……..✍️
“एक मां aur uska baccha
Ankit halke jha
M.sc botany ⚘️🌾🌷
happy Mothers Day

1 Like · 221 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कमाई / MUSAFIR BAITHA
कमाई / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
उस देश के वासी है 🙏
उस देश के वासी है 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कुपमंडुक
कुपमंडुक
Rajeev Dutta
ముందుకు సాగిపో..
ముందుకు సాగిపో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
दस्त बदरिया (हास्य-विनोद)
दस्त बदरिया (हास्य-विनोद)
गुमनाम 'बाबा'
#साहित्यपीडिया
#साहित्यपीडिया
*प्रणय प्रभात*
+जागृत देवी+
+जागृत देवी+
Ms.Ankit Halke jha
राखी प्रेम का बंधन
राखी प्रेम का बंधन
रवि शंकर साह
रक्तदान
रक्तदान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*जब तू रूठ जाता है*
*जब तू रूठ जाता है*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है
ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है
अनिल कुमार
चंद्रयान 3
चंद्रयान 3
Seema gupta,Alwar
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संगीत वह एहसास है जो वीराने स्थान को भी रंगमय कर देती है।
संगीत वह एहसास है जो वीराने स्थान को भी रंगमय कर देती है।
Rj Anand Prajapati
आता एक बार फिर से तो
आता एक बार फिर से तो
Dr Manju Saini
*आए दिन त्योहार के, मस्ती और उमंग (कुंडलिया)*
*आए दिन त्योहार के, मस्ती और उमंग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जुल्फें तुम्हारी फ़िर से सवारना चाहता हूँ
जुल्फें तुम्हारी फ़िर से सवारना चाहता हूँ
The_dk_poetry
"यह कैसा नशा?"
Dr. Kishan tandon kranti
“ बधाई आ शुभकामना “
“ बधाई आ शुभकामना “
DrLakshman Jha Parimal
मरहटा छंद
मरहटा छंद
Subhash Singhai
ज़िंदगी तो ज़िंदगी
ज़िंदगी तो ज़िंदगी
Dr fauzia Naseem shad
भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके।
भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके।
PK Pappu Patel
बुंदेली_मुकरियाँ
बुंदेली_मुकरियाँ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
खडा खोड झाली म्हणून एक पान फाडल की नवकोर एक पान नाहक निखळून
खडा खोड झाली म्हणून एक पान फाडल की नवकोर एक पान नाहक निखळून
Sampada
How to say!
How to say!
Bidyadhar Mantry
"वक्त कहीं थम सा गया है"
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
शायद ...
शायद ...
हिमांशु Kulshrestha
माँ में दोस्त मिल जाती है बिना ढूंढे ही
माँ में दोस्त मिल जाती है बिना ढूंढे ही
ruby kumari
अंगड़ाई
अंगड़ाई
भरत कुमार सोलंकी
Loading...